कमाल की सरकार है: दो बरस में ही क़लई खुली पड़ी, अभी तीन साल और खींचने हैं

कमाल की सरकार है : देश की GDP के जाली आँकड़े बनाती है । चुनाव पाकिस्तान कामन सिविल कोड धारा ३७० की समाप्ति पर और भ्रष्टाचार पर लड़ती है पर इन चारों मुद्दों पर गायब ! हर उस सूबे में जहाँ चुनाव हो लंबे लंबे पैकेज की घोषणाएँ करके जीतने की कोशिश करती है और हारते ही पैकेज जुमला हो जाता है । सभी सूबों में जहाँ इनकी खुद की सरकार है भ्रष्टाचार भाई भतीजा वाद स्त्रियों दलितों कमज़ोरों पर अत्याचार आम है । मध्य प्रदेश में व्यापम है राजस्थान में ललित मोदी गुजरात में अनार है तो महाराष्ट्र में हेमामालिनी !
दो बरस में ही क़लई खुली पड़ी है अभी तीन साल और खींचने हैं । भगत क्लब गाली चुटकुले फोटोशाप पर जीवित है और जनता डंडे लेकर आम चुनाव की बाट जोह रही है कि “अच्छे दिन” जी आयें तो उनके ख़ाकी कच्छे उतरायें !
ये पूर्ण बहुमत प्राप्त सरकारें अपूर्ण बहुमत से भी गई बीती क्यों साबित हो रही हैं । राजीव गांधी को भी ४००+ सीटें देकर दो बरस में ही लोग भूल का अहसास कर लिये थे और यही इन महानुभाव का हुआ !
तो मित्रो स्टार या भावना नहीं कार्यक्रम की जाँच परख कर समर्थन विरोध करो । वस्त्र विन्यास और प्रचार के अतिचार वाले माडल रियलिटी के सामने फेल ही होते रहे हैं।

(वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह के फेसबुक वॉल से.)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *