नई दिल्ली। देश के चर्चित उद्योगपति गौतम अडानी के लिए आने वाले दिन मुश्किल भरे हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि 5500 करोड़ रूपए के घपले के गंभीर आरोप में सीबीआई बहुत जल्द अडानी ग्रुप के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज करने जा रही है।
दरअसल अडानी ग्रुप की तीन कंपनियों पर 5500 करोड़ रूपए के घपले के गंभीर आरोप लगे हैं। इन कंपनियों पर आरोप है कि इन्होने अवैध तरीके से ओवर वैल्यूएशन किया और पॉवर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर के तहत 3,580 करोड़ के सामान का आयात किया जिसकी असल कीमत 9,048 करोड़ रूपये बताई। जिसके बाद डीआरआई (डायरेक्टरेट आफ रेवन्यू इंटेलिजेंस) ने अडानी ग्रुप की इन कम्पनियों को 5,500 करोड़ की टैक्स चोरी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस मामले के जोर पकड़ने के बाद सरकार ने तब ये मामला सीबीआई को सौंप दिया था। जिसके बाद इस मामले की सीबीआई ने शुरूआती जाँच शुरू की।
बताया जा रहा है कि सीबीआई के एसपी और जॉइंट डायरेक्टर ने डीआरआई (डायरेक्टरेट आफ रेवन्यू इंटेलिजेंस) के कारण बताओ नोटिस में लगे आरोपों को प्रथम दृष्टया सही पाया है। दोनों अधिकारियों ने जांच की फाइल पर लिखा है कि अडानी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज़ होना चाहिए। लेकिन सीबीआई के डायरेक्टर के यहाँ साल भर से यह फाइल पड़ी हुई है और उस पर कोई कार्रवाई नही हो रही है।
उद्योगपति गौतम अडानी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बेहद करीबी माने जाते हैं शायद इसीलिए गौतम अडानी की यह फाइल सीबीआई चीफ अनिल सिन्हा के पास दबी पड़ी है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि गौतम अडानी का यह मामला सीबीआई चीफ के लिए गले की हड्डी बनता जा रहा है। बहुत जल्द सीबीआई इस मामले में ठोस कदम उठाने की तैयारी कर रही है।