उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। चर्चा है कि वाराणसी के 26 लोगों को टैटू बनवाने के बाद एचआईवी संक्रमण हुआ है। डॉक्टरों की टीम ने केस स्टडी और पास्ट हिस्ट्री के आधार पर टैटू बनवाने के बाद एचआईवी संक्रमण की आशंका जताई है। फिलहाल यह सच सामने आते ही हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि इन 26 लोगों ने काउन्सलिंग के दौरान जो जानकारी दी है उससे यह साफ हो गया है कि इनको एचआईवी संक्रमण टैटू बनवाने के बाद ही हुआ है।
दरअसल, टैटू बनाने वाली सुई काफी महंगी होती है। ऐसे में टैटू आर्टिस्ट अधिक से अधिक कमाई के चक्कर में सुई बदलते ही नहीं। उसे अच्छी तरह स्ट्रेलाइज (वायरस-बैक्टीरिया मुक्त) भी नहीं कराते। इस तरह, अगर टैटू बनवाने वाला कोई व्यक्ति एचआइवी संक्रमित है तो उससे संक्रमित सुई के जरिये दूसरे लोग भी बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, युवाओं को सस्ते दुकान और भीड़ वाली जगहों पर टैटू बनवाने से बचना चाहिए। यदि आप टैटू बनवाने जाएं तो नई पैकिंग खुलवाकर अपने सामने ही सुई जरूर बदलवाएं।