आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां के लोग दुनिया भर के तमाम सुख-सुविधाओं से कोसों दूर अपनी अलग जिंदगी जीते हैं। इस गांव में आज भी परिवहन का सबसे बड़ा साधन खच्चर और घोड़ा गाड़ी है। यह गांव जमीन की सतह से 3 हजार फुट नीचे बसा है उसके बाद भी यहां के लोग सामान्य जिंदगी जीते है। यह गांव दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका में स्थित है जिसे दुनिया भर के लोग ‘सुपाई गांव’ के नाम से जानते हैं। पूरे अमेरिका में यह इकलौता गांव है, जहां आज भी खतों को लाने और ले जाने में खच्चर गाड़ी का प्रयोग होता है।
इस गांव के तार आज तक शहर की सड़कों से नहीं जुड़ पाए हैं। यहां तक पहुंचने का रास्ता बहुत ऊबड़-खाबड़ है। गांव की सबसे नजदीकी सड़क भी करीब आठ मील दूर है। यहां तक पहुंचने के लिए या तो हेलिकॉप्टर की मदद ली जाती है या फिर खच्चर की। ये गांव चारों ओर से बड़ी और ऊंची चोटियों से घिरा है। गहरी खाई में छुपा ये गांव करीब एक हजार साल से आबाद है। यहां पर अमेरिका के मूल निवासी रेड इंडियन रहते हैं।
इस गांव तक पहुंचने के लिए झाड़ियों के बीच से, भूल-भुलैया जैसी खाइयों से होकर गुजरना पड़ता है। गांव पूरी तरह ट्रैफिक के शोर से आजाद है। खच्चर और घोड़े गांव की गलियों और पगडंडियों पर नजर आ जाएंगे। इस गांव में शहरों जैसी सुविधाएं नहीं हैं यहां के लोग सामान्य जीवन जीते हैं और मुख्य रूप से सेम की फली और मकई की खेती करते हैं। टोकरियां बनाना यहां का पारंपरिक व्यवसाय है।
इस गांव में आज भी परिवहन का सबसे बड़ा साधन खच्चर और घोड़ा गाड़ी है। गांववालों की जरूरत का सामान इन खच्चर या घोड़ा गाड़ियों पर लाद कर यहां लाया जाता है। इस गांव के बारे में बताया जाता है कि बीसवीं सदी तक गांव के लोगों ने बाहरी लोगों के आने पर रोक लगा रखी थी, लेकिन आमदनी बढ़ाने के लिए उन्होंने करीब सौ साल पहले अपने गांव के दरवाजे बाहरी दुनिया के लिए खोल दिए। हर साल गांव में करीब 20-25 हजार लोग यहां की कुदरती खूबसूरती और यहां की जिंदगी देखने के लिए आते हैं, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए सभी सैलानियों को हवासुपाई की ट्राइबल काउंसिल की इजाजत लेनी पड़ती है।