इस गैंग की लड़कियां सोशल नेटवर्किंग साइटों के जरिए लोगों को अश्लील चैट के लिए आमंत्रित करती थीं। उसके बाद मोबाइल पर बातचीत शुरू होता था और वीडियो कॉल के जरिए ये लड़कियां अश्लील हरकत पर उतर आती थीं। इस दौरान इसका वीडियो रिकार्ड कर लिया जाता था और फिर शुरू होता था वसूली का खेल। फिलहाल गाजियाबाद पुलिस ने इस गिरोह के 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में पति-पत्नी के अलावा 3 युवतियां हैं। गिरफ्तार लोगों के पास से कई मोबाइल और लैपटॉप के साथ आपत्तिजनक सामान जब्त किए गए हैं। बताया जा रहा है कि इस गिरोह ने दिल्ली-एनसीआर से लेकर नासिक तक के लोगों को अपना शिकार बनाया है।
पुलिस के मुताबिक इस गैंग ने गुजरात के राजकोट के रहने वाले तुषार नाम के व्यक्ति से लगभग 80 लाख रुपये अपने खाते में डलवा लिए थे। इनके ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर तुषार ने इन लोगों के खिलाफ गुजरात में एफआईआर दर्ज करवाई। जब गुजरात पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस से संपर्क किया तो इस रैकेट का खुलासा हुआ।
एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि इस गिरोह की शुरुआत आरोपी योगेश की पत्नी सपना ने की थी। सपना की दोस्ती ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले शनि नाम के एक युवक से फेसबुक के माध्यम से हुई थी। जिसके बाद शनी ने ही यह आइडिया सपना को दिया और सपना ने अपने पति योगेश के साथ मिलकर यह धंधा शुरू कर दिया। इन लोगों ने अलग-अलग जगह पर सोशल साइट के जरिए लड़कियों को नौकरी के लिए बुलाया और 5000 वॉइस कॉलिंग और 20 से 25000 रुपये वीडियो कॉल के नाम पर देने की बात कही। जो लड़कियां उनके यहां काम करने आती थीं, वे पहले एक साइट्स के जरिए लोगों से अश्लील वीडियो कॉल करती थीं। इन लड़कियों के जरिए योगेश लोगों के अश्लील वीडियो कॉल को रिकॉर्ड करता था उसके बाद ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू हो जाता था।
एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि अभी तक गिरफ्तार आरोपियों के 8 बैंक अकाउंट सामने आए हैं, जिनमें इन लोगों ने लोगों से पैसा ट्रांसफर करवाया था। इनके 4 अकाउंट में तकरीबन 3 करोड़ 80 लाख रुपये जमा हैं। एसपी सिटी ने बताया कि अभी ऐसे और लोगों की तलाश की जा रही है, जिन्हें ब्लैकमेल किया गया था। पुलिस ने पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया है। पुलिस ने इनके पास से कई मोबाइल फोन, चेक बुक, पासपोर्ट, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, वेब कैमरा, आधार कार्ड, लैपटॉप, कैश के साथ-साथ अश्लील सामान भी बरामद किया है।