Basti News | उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां के हर्रैया तहसील के कर्मचारियों का कारनामा पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। तहसील कर्मियों की मिलीभगत से अभिलेखों में एक किसान नेता को मृत घोषित कर उनकी जमीन दूसरे के नाम पर अंकित कर दी गई है। जानकारी होने पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य और किसान नेता ने मामले को लेकर अधिकारियों से शिकायत की है। जिसके बाद जांच शुरू हो गया है।
ख़बरों के मुताबिक कप्तानगंज क्षेत्र के परिवारपुर निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य और किसान नेता सतीशचंद्र सिंह का खोभा में खेती व मकान है। सतीशचंद्र के मुताबिक 14 जुलाई को उन्होंने गन्ने का सट्टा बनवाने के लिए सहज जनसेवा केंद्र से परिवारपुर गांव की खतौनी निकाली तो पता चला कि उनके परिवारपुर गांव के खाता संख्या 68 के गाटा संख्या 198, 213, 252 में उनके हिस्से को आलोक सिंह के नाम वरासत कर दिया गया है।
खतौनी के आदेश वाले कॉलम में सतीशचंद्र की 15 मई 2020 को मौत होना दर्शाया गया है। मौत का हवाला देकर आलोक सिंह नाम के व्यक्ति को उनका पुत्र बताकर उसके नाम जमीन की वरासत कर दी गई है। सोमवार को मामले की शिकायत सतीश सिंह के पुत्र आनंद सिंह ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम हर्रैया अमृतपाल कौर के अलावा जनसुनवाई पोर्टल पर भी की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ने तत्काल इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं।