Gorakhpur News | गीडा में 16 साल पहले कैंसर हॉस्पिटल एवं रिसर्च संस्थान के लिए आवंटित भूखंड का आवंटन निरस्त कर दिया गया है। आवंटन के 16 साल बाद भी कैंसर हॉस्पिटल एवं रिसर्च संस्थान का निर्माण नहीं होने के चलते इस आवंटन को निरस्त किया गया है। वर्ष 2006 में सेंट्रल एकेडमी एजुकेशनल सोसाइटी को कैंसर हॉस्पिटल एवं रिसर्च संस्थान बनाने के लिए 40,701 वर्ग मीटर (10 एकड़) जमीन गीडा के सेक्टर-7 में आवंटित किया गया था। 2006 में आवंटित इस जमीन का 16 साल तक कोई उपयोग नहीं किया गया और समय विस्तारण, मेंटीनेंस, लीजरेंट का बकाया भी नहीं जमा किया गया। जिसके बाद गीडा प्रबंधन ने भूखंड का आवंटन निरस्त कर दिया है।
कैंसर हॉस्पिटल एवं रिसर्च संस्थान बनाने के लिए गीडा के सेक्टर-7 में सेंट्रल एकेडमी एजुकेशनल सोसाइटी को यह भूखंड आवंटित किया गया था। 13 सितंबर 2006 को आवंटित भूखंड का कब्जा 23 जनवरी 2009 को दे दिया गया। शर्तों के मुताबिक नौ महीने के भीतर जरूरी अवस्थापना सुविधाओं को पूरा करते हुए 24 महीने में शैक्षणिक क्रियाकलाप शुरू कर देना था। ऐसा न करने पर गीडा प्रशासन की ओर से संस्था को कई बार नोटिस जारी किया गया। आठ दिसंबर 2021 को एक बार फिर नोटिस जारी कर भूखंड के रख-रखाव, समय विस्तारीकरण शुल्क एवं संस्था का निर्माण कर संचालित करने को कहा गया, लेकिन संस्था द्वारा पत्रों का उचित उत्तर नहीं दिया गया और न ही निर्माण कार्य किया गया।
गीडा प्रबंधन का कहना है कि सेंट्रल एकेडमी एजुकेशनल सोसाइटी ने जानबूझकर अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन किया है। इसलिए भूखंड को निरस्त कर दिया गया है। आवंटी द्वारा जमा की गई धनराशि जब्त कर ली गई है। बकाया भुगतान के बाद यदि कोई धनराशि बचेगी तो उसे वापस कर दिया जाएगा। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) की ओर से कहा गया है कि जिन लोगों ने गीडा में जमीन आवंटित कराने के बाद उसका उपयोग नहीं किया और विभिन्न मदों में बकाया भी नहीं जमा किया है, उन्हें नोटिस दिया जा रहा है। इसी क्रम में सेंट्रल एकेडमी एजुकेशनल सोसाइटी को आवंटित 40,701 वर्ग मीटर भूखंड का आवंटन निरस्त कर दिया गया है।