CBI ने खाद्यान्न माफियाओं और एफसीआई अधिकारियों के गठजोड़ पर बहुत बड़ा प्रहार किया है। बताया जा रहा है कि CBI कई शिकायतों के बाद पिछले 6 महीने से खुफिया जानकारी जुटा रही थी। इसके बाद पंजाब, हरियाणा और दिल्ली सहित 50 से ज्यादा ठिकानों पर CBI ने छापा मारा है। छापेमारी से पहले CBI ने एफसीआई के उप महाप्रबंधक (डीजीएम) राजीव कुमार मिश्रा को रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। इसके बाद यह छापेमारी शुरू की गई है। CBI के इस छापेमारी से देश भर के खाद्यान्न माफियाओं और FCI के भ्रष्ट अफसरों में हड़कंप मच गया है।
‘ख़बर अब तक’ को मिली जानकारी के मुताबिक CBI ने FCI में चल रहे एक बड़े रैकेट के खिलाफ अपना यह अभियान शुरू किया है। इस रैकेट में FCI के टेक्निकल अस्सिटेंट से लेकर कुछ बड़े अधिकारी शामिल थे। CBI की टीम पिछले 6 महीने से इस मामले की तफ्तीश कर रही थी, जिसके बाद 74 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इस रैकेट में खाद्यान्न की खरीद, भंडारण और वितरण में लगे अधिकारियों, चावल मिल मालिकों, अनाज व्यापारियों का पूरा ग्रुप शामिल है। एफसीआई के भ्रष्ट अधिकारियों और अनाज मिल के मालिकों पर काफी समय से CBI की नजर थी। पूरी तैयारी के बाद 11 जनवरी को CBI ने इनके खिलाफ बड़ा अभियान शुरू किया है।