गोरखपुर। मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर से बड़ी ख़बर सामने आई है। यहां पांचवीं में पढ़ने वाले छात्र बलराम गुप्त का शव पिपराइच क्षेत्र के जंगल तिनकोनिया नंबर दो के केवटहिया नाले के पास से बरामद हुआ है। बलराम गुप्त को अगवा कर बदमाशों ने एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। परिजनों की सूचना के बाद गोरखपुर पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया था। बताया जा रहा है कि उन्ही में से एक युवक की निशानदेही पर बलराम का शव बरामद किया गया है। ख़बरों के मुताबिक रविवार को पिपराइच थाना क्षेत्र के जंगल छत्रधारी, टोला मिश्रौलिया निवासी महाजन गुप्त के बेटे बलराम को अगवा कर बदमाशों ने एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। शाम पांच बजे परिजनों की सूचना के बाद बच्चे की तलाश में पिपराइच पुलिस और क्राइम ब्रांच के साथ ही एसटीएफ को भी लगा दिया गया था। पुलिस ने बरामद किशोर के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है तथा अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
24 घंटे में अपहरण, फिरौती और हत्या
महाजन गुप्ता का बेटा बलराम रविवार को दिन में 12 बजे के आस-पास खाना खाने के बाद टी शर्ट और पैंट पहनकर दोस्तों के साथ खेलने निकला था और घर नहीं लौटा। तीन बजे महाजन गुप्त के मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया। दूसरी तरफ से बोलने वाले ने उन्हें बताया कि बलराम का अपहरण हो गया है। उसे छुड़ाने के लिए एक करोड़ रुपये का इंतजाम कर लो। रकम कब और कहां पहुंचानी है फोन पर बताई जाएगी इतना कहने के बाद फोन कट गया। महाजन गुप्त ने उस नंबर पर फोन किया तो मोबाइल स्विच आफ मिला। थोड़ी देर बाद उसी नंबर से 10-10 मिनट के अंतराल पर दो बार फिर फोन आया और दोनों बार बलराम को अगवा कर लिए जाने की सूचना देते हुए एक करोड़ रुपये का इंतजाम करने की बात कही गई। महाजन ने इसकी जानकारी गांव के अन्य लोगों को दी। लोगों के कहने पर शाम पांच बजे इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची गोरखपुर पुलिस की टीम ने बलराम के साथ खेलने वाले बच्चों से जानकारी लेने के बाद संदिग्धों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में भी लिया लेकिन पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिली। इस बीच सोमवार को बलराम का शव बोरे में जंगल तिनकोनिया नंबर दो के केवटहिया नाले के पास से मिला है।