गोरखपुर दंगे में योगी आदित्यनाथ पर FIR कराने वाले परवेज परवाज को गैंगरेप मामले में उम्रकैद

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गोरखपुर। गोरखपुर की जिला अदालत ने दो साल पुराने गैंगरेप मामले में सामाजिक कार्यकर्ता परवेज परवाज को उम्रकैद की सजा सुनाई है। ये वही परवेज परवाज हैं जिसने वर्ष 2007 में गोरखपुर में हुए सांप्रदायिक दंगे के मामले में तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ के खिलाफ FIR दर्ज कराया था। गोरखपुर के राजघाट थाना क्षेत्र के तुर्कमानपुर मुहल्ला निवासी परवेज परवाज दो साल से जेल में बंद हैं। परवेज परवाज के खिलाफ गैंगरेप का केस 4 जून 2018 को राजघाट थाने में दर्ज हुआ था। इस मामले में उनके साथ महमूद उर्फ जुम्मन भी अभियुक्त है। अदालत ने उम्रकैद के साथ ही दोनो पर 25-25 हजार रूपये का अर्थदंड भी लगाया है।

खोराबार थाना क्षेत्र के रूस्तमपुर इलाके की रहने वाली महिला ने आरोप लगाया था कि वह अपने पति से अलग रहती है। वह झाड़-फूंक के लिए मगहर मजार जाती थी जहां उसे महमूद उर्फ जुम्मन बाबा मिले। जुम्मन ने कई दरगाहों पर झाड़ फूंक की जिससे उसे राहत मिली। तीन जून 2018 को जुम्मन बाबा ने रात 10.30 बजे पांडेयहाता के पास दुआ करने के बहाने महिला को बुलाया और एक सुनसान स्थान पर ले गए। वहां उन्होंने और उनके साथ मौजूद एक शख्स ने बलात्कार किया। महिला के मुताबिक उस शख्स को जुम्मन, परवेज भाई बोल रहे थे।

जांच में पहले फर्जी पाया गया था मामला
महिला की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर राजघाट पुलिस ने जब इस मामले की जांच किया तो शुरू में यह मामला फर्जी पाया गया था। इस मामले की विवेचना राजघाट थाने के एसओ ने की और मामले को फर्जी बताते हुए एफआईआर को एक्सपंज करके अदालत को अपनी रिपोर्ट भी भेज दी। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि महिला ने जहां घटना स्थल बताया है वह काफी भीड़भाड़ वाली जगह है। घटना के समय भी वहां काफी भीड़ थी। दोनों आरोपियों का लोकेशन घटना स्थल से काफी दूर है और इसके साक्ष्य भी हैं। हालांकि बाद में एसएसपी ने इस मामले की फिर से विवेचना का दायित्व महिला थाने की निरीक्षक डा. शालिनी सिंह को सौंप दिया। महिला थाने की निरीक्षक ने पूर्व विवेचकों पर धारा 161 व 164 के बयान व मेडिकल रिपोर्ट का सही परीक्षण न कर सतही तौर पर जुर्म खारिज करने की आख्या दी। उनकी आख्या (12 अगस्त 2018) पर एसएसपी शलभ माथुर ने 18 अगस्त 2018 को पूर्व विवेचक की अंतिम रिपोर्ट को निरस्त कर महिला थाने की प्रभारी को फिर से जांच करने का आदेश दिया। सितंबर 2018 में पुलिस ने परवेज परवाज को इस मामले में गिरफ्तार किया। इसके बाद जुम्मन बाबा की भी गिरफ्तारी हुई इस समय दोनो जेल में बंद हैं।

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