देश में पिछले करीब चार महीने से पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जबकि दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी का दौर लगातार जारी है। फिलहाल पेट्रोल-डीजल की कीमत को लेकर लोगों के बीच में चर्चा तेज हो गई है। लोग अनुमान लगा रहे हैं कि 7 मार्च को उत्तर प्रदेश में होने वाले आखिरी चरण के मतदान के तुरंत बाद पेट्रोल-डीजल महंगा किया जा सकता है। देश में आखिरी बार 4 नवंबर 2021 को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव हुआ था। उस समय केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल पर वसूले जाने वाले टैक्स में कटौती का ऐलान किया गया था। उस दिन से लेकर अब तक पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि वहीं दूसरी ओर कच्चे तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इस समय तो हालात यह है कि कच्चे तेल की कीमत 117 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई है। जिस दिन निर्वाचन आयोग ने देश के 5 राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था, उस दिन कच्चे तेल की कीमतें 80-81 डॉलर प्रति बैरल के आसपास ही थीं। फिलहाल 7 मार्च को उत्तर प्रदेश में होने वाले आखिरी चरण के मतदान के तुरंत बाद पेट्रोल-डीजल कितना महंगा हो सकता है इसको लेकर लोग अलग-अलग चर्चा कर रहे हैं। ज्यादतर लोग यह मान रहे हैं कि 7 मार्च के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 12 से 15 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी हो सकती है।