व्यापम घोटाला केवल बड़े भ्रष्टाचार का एक उजागर मामला भर नहीं है। ये भी देखा जाना चाहिए कि सत्ताधारी किस बेशर्मी से अपने पाप छिपाने के लिए ख़ूनी खेल खेल रहे है और उन्हें अपनी पार्टी, केंद्र सरकार, यहां तक कि कानून का भी कैसा संरक्षण प्राप्त है।
( देश के जाने-माने पत्रकार मुकेश कुमार के फेसबुक वॉल से.)