बी.के. सिंह। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ पिछले करीब 14 साल से वनटांगिया परिवारों के साथ दीपावली मनाते आ रहे हैं। जंगल के बीच में बसे इन गांवों के लोग योगी आदित्यनाथ को भगवान मानते हैं। कहा जाता है कि भले ही देश 1947 में आजाद हो गया था लेकिन इन गांवों में रहने वाले लोगों को असल आजादी योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद मिली है। कहा तो यह भी जाता है कि वनटांगिया परिवारों के जीवन से अंधेरा मिटाने के लिए योगी आदित्यनाथ ने इनके साथ दिवाली मनाने का निर्णय लिया था और यह सिलसिला उस समय शुरू हुआ जब वे गोरखपुर के सांसद थे। अब सवाल यह उठता है कि जिस मकसद से योगी आदित्यनाथ ने इन परिवारों के साथ दिवाली मनाने का निर्णय लिया था क्या वह मकसद पूरा हुआ। कई ऐसे सवाल थे जिनका जबाब तलाशने के लिए हमारी टीम इस गांव में पहुंची थी। इस गांव के ज्यादातर लोग कैमरे के सामने बोलने से परहेज करते हैं इसलिए हमारी टीम ने सब कुछ खुफिया कैमरे पर कैद किया और आज वही सच हम आपको दिखाने जा रहे हैं..