गोरखपुर। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता के हत्यारों में सबसे ज्यादा चर्चा में जो नाम है वो है रामगढ़ ताल थाने के इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह का। जगत नारायण सिंह को लेकर इस समय खूब चर्चाएं हो रही हैं। इस बीच यह चर्चा है कि 16 सितंबर को जगत नारायण सिंह का गोरखपुर से देवरिया तबादला हो गया था। तबादला रूकवाने के लिए जगत नारायण ने एक चर्चित अफसर से सेटिंग भी कर लिया था। चर्चा है कि तबादले के बाद जगत नारायण पैसे के पीछे पागल हो गया था। लोग कह रहे हैं कि पैसे की हवस ने जगत नारायण को कातिल बना दिया। हालांकि सोशल मीडिया पर यह चर्चा है कि इससे पहले भी दो हत्याओं में इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह का नाम सामने आ चुका है। फिलहाल लोग कह रहे हैं कि इस बार जगत नारायण सिंह और उसके सहयोगियों को कोई नहीं बचा पायेगा।
दरअसल गोरखपुर के एक होटल में पुलिस की दबिश के बाद कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मनीष के साथ होटल में रुके उनके दोस्तों ने बताया कि वे होटल कृष्णा पैलेस के अपने रूम नंबर 512 में सो रहे थे। देर रात पुलिसवालों ने दरवाजा खुलवाया और आईडी चेक करने लगे। मनीष ने देर रात की जांच पर जब सवाल उठाए तो पुलिस वाले आक्रोशित हो गए और उन्होंने पीटना शुरु कर दिया जिससे मनीष की जान चली गई।