पुलिस की पिटाई से आहत इस युवती ने उठा लिया खौफनाक कदम

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जालौन से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस की पिटाई से आहत होकर एक युवती ने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। युवती के आत्महत्या करने के बाद हंगामा मच गया है। ‘ख़बर अब तक’ को मिली जानकारी के मुताबिक यह मामला जालौन के उरई कोतवाली क्षेत्र के नया रामनगर का है। जहां पर शुक्रवार रात कल्लू चौधरी की 22 वर्षीय बेटी नीशू ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इस मामले में नीशू के परिजनों का कहना है कि शुक्रवार की दोपहर को मृतक नीशू बाजार गई थी, जहां बलदाऊ चौक के कुछ दुकानदारों ने उस पर पासपोर्ट चोरी का आरोप लगाते हुए उसे और उसकी दो सहेलियों को पुलिस के हवाले कर दिया था। बताया जा रहा है कि इसके बाद पुलिस ने कोतवाली में बने एक कमरे में ले जाकर इनसे पूछताछ की थी। परिजनों का आरोप है कि कोतवाली में तैनात दारोगा योगेश पाठक ने पूछताछ के दौरान नीशू की जमकर पिटाई की, जिससे वो सदमे में आ गई और फिर यह खौफनाक कदम उठा लिया।

नीशू की सहेली मोहिनी ने पत्रकारों को बताया कि वह अपने सहेली शिवानी के साथ घर से राशन लेने के लिए निकली थी। तभी माहिल तालाब के पास शिवानी ने कहा कि उसे अपना मोबाइल ठीक कराना है। इस पर वे दोनों दुकान में मोबाइल ठीक कराने लगीं। उसी वक्त पड़ोस में रहने वाली सहेली नीशू भी वहां पहुंच गई। जब मोबाइल ठीक नहीं हुआ तो वहीं से गुजर रहे शिवानी के भाई ने तीनों से कहा कि बलदाऊ चौक स्थित दुकान पर चले जाओ वहां मोबाइल ठीक हो जाएगा। इसके बाद वे तीनों उक्त दुकान पर पहुंचे और अभी मोबाइल ठीक ही करा रहे थे कि दुकान में खड़े एक लड़के ने उनकी फोटो लेनी शुरू कर दी। नीशू समेत उन तीनों ने इसका विरोध किया तब तक इसी बीच पुलिस भी वहां पहुंच गई। मोहिनी के मुताबिक, पुलिस की जीप में एक-दो महिला सिपाही के अलावा पुरुष पुलिसकर्मी थे। रास्ते में ही पुलिस ने गालियां देनी शुरू कर दी थीं।

नीशू की सहेली मोहिनी ने बताया कि करीब 7-8 घंटे चली पूछताछ के दौरान सिर्फ पानी मांगने पर ही महिला सिपाहियों ने गालियां देने के बाद पानी दिया था। इस दौरान महिला सिपाहियों ने भी मारपीट की। बताया जा रहा है कि बलदाऊ चौक के जिस मोबाइल विक्रेता की शिकायत पर पुलिस तीनों युवतियों को पकड़कर कोतवाली लाई थी, वह पुलिस का बेहद करीबी है। फिलहाल युवती की मौत के बाद मामला अब पुलिस के गले की फांस बन गया है। हालांकि इस मामले में पुलिस का कहना है कि कोतवाली से नीशू आराम से निकली थी, उसे टार्चर नहीं किया गया था। पुलिस के मुताबिक घर वालों ने रात में नीशू के साथ मारपीट की, जिसके चलते ही उसने फांसी लगाकर खुदकुशी की। वहीं दूसरी तरफ मृतक नीशू की मां ने दरोगा योगेंद्र पाठक पर बेटी को छोड़ने के लिए दस हजार रुपये घूस मांगने का भी आरोप लगाया है। नीशू की सहेली मोहिनी के परिजनों ने भी पुलिस पर रुपये मांगने का आरोप लगाया है।

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