उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में घोटालेबाजों ने सिर्फ एक गांव के नाम पर 7,75,50,600 रूपये का फर्जीवाड़ा करके सबको चौंका दिया है। फिलहाल ‘ख़बर अब तक’ के खुलासे के बाद हड़कंप मच गया है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जिस गांव में महज 3 महीना पहले अधिकारी नाव से घूम-घूम कर बाढ़ का मुआयना कर रहे थे उसी गांव के नाम पर क्रय केन्द्र वालों ने फर्जी दस्तावेज के सहारे 38015 कुंतल धान का खरीद दिखा दिया है। ‘ख़बर अब तक’ को मिली जानकारी के मुताबिक चौरीचौरा तहसील के राजस्व गांव भरकक्षा, चितहरी, सेमरौनी तीनों को मिलाकर ग्राम पंचायत भरकक्षा बनाया गया है। इस ग्राम पंचायत में रहने वाले लोगों का दावा है कि इस साल बाढ़ की वजह से एक दाना धान भी पैदा नहीं हुआ। गांव के लोग यह जानकर हैरान हैं कि उनके नाम पर बिचौलियों ने जिले के विभिन्न क्रय केन्द्रो पर 38015 कुंतल धान बेच दिया है।
‘ख़बर अब तक’ की टीम ने जब इस मामले में गहन पड़ताल शुरू की तो पता चला कि राजस्व गांव भरकक्षा, चितहरी, सेमरौनी के नाम पर सबसे ज्यादा फर्जी खरीद गोरखपुर जिले के इन 6 क्रय केन्द्रों उत्तर प्रदेश उपभोक्ता सहकारी संघ लि. (UPSS) पिपराइच, उत्तर प्रदेश उपभोक्ता सहकारी संघ लि. (UPSS) बेलवा खुर्द-चौरीचौरा, उत्तर प्रदेश उपभोक्ता सहकारी संघ लि. (UPSS) बसन्तपुर-पिपराइच, उत्तर प्रदेश कॉपरेटिव यूनियन(UPCU) राजीजगदीशपुर-ब्रहमपुर, उत्तर प्रदेश कॉपरेटिव यूनियन (UPCU) जैनपुर कुरमौरा-भटहट, उत्तर प्रदेश सहकारी संघ(PCF) गजपुर कोठा-कौड़ीराम ने किया है।
फिलहाल ‘ख़बर अब तक’ के खुलासे के बाद अब अधिकारी भी यह मानने लगे हैं कि गोरखपुर में धान खरीद में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। ‘ख़बर अब तक’ से बातचीत के दौरान चौरीचौरा तहसील के उपजिलाधिकारी शिवम सिंह ने कहा कि इस घोटाले में जो भी संलिप्त है उनके खिलाफ बहुत जल्द FIR दर्ज कराया जायेगा।
फिलहाल आप हमारा पूरा खुलासा देखिए..