बीके सिंह,लखनऊ। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह निलंबित होने के कुछ दिन बाद से ही गायब हैं। अंदेशा है कि उनके भ्रष्टाचार में शामिल सफेदपोश खुद को बचाने के लिए उन्हें रास्ते से हटा सकते हैं।
दरअसल आयकर विभाग को यादव सिंह के घर से छापेमारी के दौरान एक डायरी मिली थी। इस डायरी में 20 रसूखदार लोगो के नाम कोड वर्ड में लिखे हैं। साथ ही उन्हें दी जाने वाली रकम के बारे में भी इस डायरी मे लिखा गया है। इस डायरी मे बड़े अधिकारियों के साथ साथ दलालों और कुछ बड़े नेताओं का नाम भी हैं। इस डायरी के पन्नों में जिन रसूखदारों के नाम दर्ज हैं उन्हे अब यह अंदेशा हो गया है कि जांच शुरू करने के बाद सीबीआई इस सच को उगलवाने के लिए यादव सिंह से पूछताछ जरूर करेगी। ऐसे में अब यादव सिंह की जान को खतरा और बढ़ गया है। लोग कयास लगा रहे हैं कि कहीं यादव सिंह का हश्र भी सचान जैसा ना हो।
वहीं दूसरी तरफ यह भी बताया जा रहा है कि एक हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा संपत्ति के मालिक यादव सिंह इस खतरे से वाकिफ हैं। आयकर विभाग की छापेमारी के बाद से ही उन्हें खुद के खिलाफ साजिश का पता लग गया था, इसलिए वह कहां रहते हैं, यह सिर्फ उनके परिजनों को ही मालूम है।