इंडिया न्यूज़ की एसोसिएट एडिटर चित्रा त्रिपाठी ने चैनल को अलविदा कह दिया है। चित्रा त्रिपाठी पिछले चार सालों से इंडिया न्यूज़ के साथ जुड़ी हुई थीं। चित्रा त्रिपाठी ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी है। चित्रा ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि 19 दिसंबर 2012 रात के साढ़े दस बजे थे। फोन की घंटी बजी। सुबह ही आप इंडिया न्यूज ज्वाइन कर लीजिये ऑफर लेटर बाद मे मिल जायेगा। कल गुजरात- हिमाचल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने वाले हैं इसलिये आपको सुबह सात बजे से एंकरिंग करनी होगी। आप अपने साथ ब्लेजर भी लेकर आईयेगा। मेरी हामी भरने के बाद फोन कट । इंडिया न्यूज एचआर से फोन था। सहारा छोड़ने के तकरीबन तीन महीने के बाद । दिल में धक- धक की मैंने तो कुछ भी पढ़ा नहीं है इलेक्शन को लेकर , कैसे करुंगी एंकरिंग? फिर सोचा अब कोई उपाय नहीं इसलिये दो घंटे पढ़ लेती हूं फिर अपने कपड़े आयरन किये और सुबह चार बजे ही अतुल से कहा कि मुझे इंडियान्यूज के ओखला ऑफिस छोड़ दो। भोर में ही इंडिया न्यूज के ओखला ऑफिस पहुंच गई और सुबह सात बजे से मेरी एंकरिग स्टार्ट। इंडिया न्यूज रिलांच होना था। एक महीने के बाद ही नई टीम का इंडिया न्यूज में आगमन हुआ। राणा यशवंत जी और दीपक चौरसिया जी की टीम । मेरे लिये ये सौभाग्य की बात रही कि मुझे इंडस्ट्री के बेस्ट लोगों के साथ काम करने का मौका मिला। #बेटियां जैसे शो ने मुझे एक अलग पहचान दी और तकरीबन पैंसठ बेटियों पर मैंने एपिसोड बनाये। #रामनाथगोयनका से लेकर छोटे- बड़े तकरीबन तेईस अवॉर्ड मुझे इस चैनल में रहते हुये मिले। इन सब से इतर एक बेहतर माहौल मिला। जिसने मुझे और ज्यादा मेहनत और लगन से काम करने की प्रेरणा दी। इंडिया न्यूज का सफर शुक्रवार रात नौ बजे की बुलेटिन के साथ समाप्त हो गया लेकिन यहां से जो भरोसा मैं लेकर जा रही हूं वो जीवन भर मेरा मार्गदर्शन करेगा…इंडिया न्यूज ने बेहद कम वक्त में मीडिया इंडस्ट्री में अपनी बड़ी पहचान बनाई है, काम करने का एक बेहतर माहौल है यहां। लोग बहुत अच्छे हैं। भावनात्मक रिश्ता रहा है मेरा। लेकिन बदलाव प्रकृति का नियम है और इसी बदलाव के तहत इस चैनल को तकरीबन चार सालों के बाद मेरा अलविदा………
दूसरे चैनल में भी मैंनेजिंग डाइरेक्टर होंगे,लेकिन #कार्तिकेयशर्मासर उन सबमें आप #बेस्ट हैं। इंडिया न्यूज से मुझे जोड़ने और मुझ पर भरोसा करने के लिये आपका शुक्रिया