पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप की सेवा से खुश होकर मौजूदा भाजपा सांसद रमा देवी ने 1992 में 13 एकड़ जमीन लालू के लाल को दान में दे दिया था। जिस समय रमा देवी ने लालू के तेजस्वी बेटे तेज प्रताप यादव की सेवा भाव से खुश होकर यह जमीन दान दिया था उस समय तेज प्रताप महज 3 साल 8 महीने के थे। अब बड़ा सवाल यह है कि इस उम्र में तेज प्रताप ऐसी कौन सी सेवा कर रहे थे जो 13 एकड़ जमीन दान में मिल गई।
दस्तावेजों के मुताबिक रमा देवी ने तेज प्रताप को मुजफ्फरपुर के किशनगंज मौजा में स्थित दो भूखंड उपहार में दिए थे। एक भूखंड का रकबा नौ एकड़ 24 डिसमिल है और दूसरे का तीन एकड़ 88 डिसमिल। तेज प्रताप को ये गिफ्ट 23 मार्च 1992 को मिला था। गिफ्ट के दस्तावेज में लिखा गया है, “हालांकि तेज प्रताप नाबालिग है लेकिन वो रमा देवी का यथासंभव ख्याल रखता है। रमा देवी उसके बरताव से खुश होकर उसे उपहार में जमीन देने का फैसला किया।”
इस पूरे मामले को लेकर भाजपा सांसद रमा देवी का कहना है कि पति स्वर्गीय बृज बिहारी प्रसाद ने कहा था कि जमीन अगर लालू यादव के नाम से कर दिया जायेगा तो उस क्षेत्र का विकास हो जायेगा क्योंकि उस समय लालू यादव मुख्यमंत्री थे। रजिस्ट्री में तेज प्रताप द्वारा सेवा किये जाने से प्रभावित होकर जमीन लिखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि तेज प्रताप क्या सेवा करेगा? केवल पति के कहने पर ही जमीन लिख दी थी।
दरअसल, 1992 में जब रमा देवी ने लालू के बेटे को ज़मीन दान दी तब रमा देवी के पति लालू की सरकार में कद्दावर मंत्री थे। रमा देवी के पति बृज बिहारी प्रसाद की 1998 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसी साल रमा देवी पहली बार आरजेडी के टिकट पर लोक सभा सांसद बनी थीं। बाद में रमा देवी भाजपा में चली गईं। वो साल 2009 और 2014 में भाजपा के टिकट पर सांसद बनीं।