लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के तेज तर्रार नेता योगी आदित्यनाथ पार्टी में हो रही बार-बार उपेक्षा से आहत होकर बड़ा फैसला कर सकते हैं। जनचर्चा है कि पार्टी से बगावत कर योगी आदित्यनाथ पूर्वी उत्तर प्रदेश के करीब 70 विधानसभा सीटों पर अपना प्रत्याशी उतार सकते हैं। योगी आदित्यनाथ का यह फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आफत में डाल सकता है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़ा जनाधार रखने वाले योगी आदित्यनाथ की छवि आमतौर पर एक उग्र हिंदूवादी नेता की मानी जाती है। योगी आदित्यनाथ हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं, जो कि हिन्दू युवाओं का सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी संगठन है।
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि अगर योगी आदित्यनाथ बागी हुए तो गोरखपुर व उससे सटे पूर्वांचल के जिलों में भाजपा को चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। क्योंकि योगी आदित्यनाथ का आसपास की विधानसभा सीटों पर खासा प्रभाव है।