..और इस तरह यूपी के इस महाभ्रष्ट अफसर ने अपने 500 और 1000 के पुराने नोट को लगा दिया ठिकाने

बी.के. सिंह। कालेधन और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवंबर को जैसे ही नोटबंदी की घोषणा की यूपी के एक महाभ्रष्ट अफसर के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। बताया जाता है कि नोटबंदी से आहत इस अफसर ने दो दिन तक अपने कार्यालय के कर्मचारियों से बातचीत तक नहीं की। यह अफसर समाजवादी पार्टी के बड़े नेता शिवपाल यादव का करीबी बताया जाता है और पिछले दो वर्षों से एक विभाग में प्रबन्ध निदेशक के पद पर तैनात है।

बताया जाता है कि नोटबंदी के बाद इस अफसर ने 20 नवंबर के आस-पास अपने विभाग के सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों की एक गोपनीय मीटिंग बुलाई। मीटिंग में इस अफसर ने सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को बताया कि 9 दिसंबर को उसके बेटे की शादी है। इस शादी का आमंत्रण कार्ड विभाग के करीब 140 अधिकारियों को देना है। इस गोपनीय मीटिंग में बताया गया कि सभी कार्ड पर अधिकारियों का नाम और पद लिखा है तथा कार्ड के अंदर एक पर्ची है जिसमें 111, 121 और 151 लिखा है। जिस कार्ड के अंदर 111 लिखा है उस अधिकारी को 1 लाख 11 हजार, जिस कार्ड के अंदर 121 लिखा है उस अधिकारी को 1 लाख 21 हजार और जिस कार्ड के अंदर 151 लिखा है उस अधिकारी को 1 लाख 51 हजार के नए नोट निमंत्रण के रूप में शादी के दिन बंद लिफाफे में देना है। इस मीटिंग में यह भी कहा गया था कि इन सभी 140 अधिकारियों को 1-1 लाख के पुराने नोट बहुत जल्द उपलब्ध करा दिए जायेगें। हालांकि यह चर्चा है इस भ्रष्ट अफसर ने कुछ ही अधिकारियों को 500 और 1000 के पुराने नोट दिए लेकिन सभी अधिकारियों से दबाव बनाकर शादी के दिन निमंत्रण के रूप में करोड़ो के नए नोट वसूले गये।

इसके अलावा इस भ्रष्ट अफसर ने पूरे प्रदेश में विभाग से संबंधित सभी हैंडलिंग ट्रांसपोर्ट कांट्रेक्टरों को 30 लाख से लेकर 50 लाख रूपए के पुराने 500 और 1000 के नोट बदलने का ठेका दिया। बदले में इन कांट्रेक्टरों को कहा गया कि आपका कांट्रेक्ट 2 साल और बढ़ा दिया जायेगा। बताया जाता है कि विभाग के सभी कांट्रेक्टरों ने 9 दिसंबर तक इस अफसर के सभी पुराने नोट 2000 के नए नोट से बदल दिए। इसके एवज में इस भ्रष्ट अफसर ने सभी कांट्रेक्टरों का कांट्रेक्ट 2 साल और बढ़ा दिया। हालांकि सभी कांट्रेक्टरों का कार्यकाल अभी कई महीने बाकी है।

इस महाभ्रष्ट अफसर ने अपने बेटे की शादी समाजवादी पार्टी के एक विधायक की बेटी से की है। कुछ दिन पहले सोशल मीडिया में जैसे ही यह अफवाह उड़ी कि 2000 के नए नोट भी बहुत जल्द बंद हो जायेगें यह अफसर बेचैन हो गया। इस अफसर के कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी ने ‘ख़बर अब तक’ को बताया कि आजकल साहब काम पर कम ध्यान दे रहे हैं इनका पूरा ध्यान 2000 के नोट पर है। इस कर्मचारी ने बताया कि कार्यालय में आने वाले अधिकांश लोगों से साहब जरूर चर्चा करते हैं कि 2000 का नोट तो अभी नहीं बंद होगा।

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