बी.के. सिंह। गोरखपुर के इतिहास में किसानों के नाम पर इतना बड़ा घपला और घोटाला शायद ही पहले कभी किसी ने देखा और सुना होगा। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के कर्मभूमि गोरखपुर में इस घपले और घोटाले को अंजाम देकर इन राशन माफियाओं और इनके सहयोगी अफसरों ने सीधे-सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चैंलेज कर दिया है। फिलहाल इतना तो तय है कि आने वाला समय इनके लिए बेहद कष्टदायक होने वाला है।
सबसे पहले हमारी यह खास रिपोर्ट देखिए…
दरअसल ‘ख़बर अब तक’ की टीम ने गोरखपुर जिले के धान खरीद करने वाली चार प्रमुख संस्थाओं मार्केटिंग, पीसीएफ, पीसीयू, और यूपीएसएस के एक दर्जन से भी ज्यादा क्रय केन्द्रो पर धान बेचने वाले किसानों में से करीब 400 किसानों को लेकर गहन पड़ताल शुरू किया। इस पड़ताल में 400 में से करीब 356 किसान फर्जी पाये गये हैं। हमारी टीम को कई ऐसे किसान भी मिले हैं जिनका दावा है कि उनके खेत में अनाज का एक भी दाना पैदा नहीं हुआ है वे खुद खरीद कर खा रहे हैं तो ऐसे में वे कैसे सरकारी क्रय केन्द्र पर धान बेच सकते हैं। हमारी टीम ने अब तक जो पड़ताल किया है उससे तो यही लगता है कि अगर इस मामले की गंभीरता से जांच हो जाये तो गोरखपुर के इतिहास में यह सबसे बड़ा घोटाला साबित होने वाला है। फिलहाल हमारी टीम लगातार इस पूरे मामले की पड़ताल में जुटी हुई है। धीरे-धीरे सब कुछ बहुत जल्द जनता की अदालत में होगा।