बी.के.सिंह। चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप होता है। कोरोना महामारी की विषम परिस्थितियों में भी कुछ चिकित्सकों ने इसे और सार्थक सिद्ध किया है। लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे चिकित्सकों का कारनामा बता रहे हैं जिन्होने चंद रूपयों के लिए मानवता को शर्मसार करने वाला काम किया है। पिछले कुछ दिनों से रोजी-रोटी की तलाश में देश से बाहर गये युवकों का फोन लगातार ‘ख़बर अब तक’ के पास आ रहा था। इन युवकों द्वारा दी गई जानकारी के बाद ‘ख़बर अब तक’ की पड़ताल में जो सच सामने आया है वह मानवता को शर्मसार करने वाला है। दरअसल सबसे पहले महराजगंज जिले के रहने वाले एक युवक ने मोबाइल के जरिये ‘ख़बर अब तक’ को बताया कि उसे नौकरी के लिए दुबई जाना था। फ्लाइट से पहले एजेंट ने बताया कि एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्ट रिपोर्ट लगेगा इसके लिए वह किसी सरकारी या प्राइवेट लैब से अपना टेस्ट करवा ले। एजेंट द्वारा बताया गया कि आरटी पीसीआर टेस्ट (RT PCR Test) ही इसके लिए मान्य है इसलिए यही टेस्ट करवाना है। युवक ने सबसे पहले सरकारी अस्पताल में पता किया लेकिन वहां टेस्ट रिपोर्ट देर से मिलने के कारण उसने गोरखपुर के एक प्राइवेट पैथोलॉजी में जांच के लिए अपना नमूना दिया। इस पैथोलॉजी के कर्मचारियों ने दावा किया कि उनके यहां आरटी पीसीआर टेस्ट (RT PCR Test) ही होता है और यहां विदेश जाने वाले लोग प्रतिदिन बड़ी संख्या में टेस्ट करवा रहे हैं और विदेश भी जा रहे हैं। टेस्ट रिपोर्ट मिलने के बाद युवक उसे लेकर लखनऊ पहुंचा। लखनऊ एयरपोर्ट पर युवक को बताया गया कि सिर्फ आरटी पीसीआर टेस्ट ही मान्य है उसका टेस्ट रिपोर्ट सही नहीं है। इसके बाद युवक ने गोरखपुर के उस प्राइवेट पैथोलॉजी को फोन किया जहां से उसका टेस्ट हुआ था। पैथोलॉजी की ओर से फोन पर बताया गया कि उसका आरटी पीसीआर टेस्ट ही किया गया है। लखनऊ एयरपोर्ट पर कमीशन के चक्कर में झूठ बोला जा रहा है। हैरान-परेशान युवक ने जब अपने कई अन्य साथियों से पता किया तो पता चला कि पैथोलॉजी वाले ने ही उसके साथ जालसाजी किया है। दरअसल इस तरह की जालसाजी का शिकार यह पहला युवक नहीं था। प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग इन जालसाजों के शिकार हो रहे हैं। कई अन्य पीड़ितों की कहानी जानने के बाद ‘ख़बर अब तक’ की टीम ने इस मामले की गहन पड़ताल की। इस पड़ताल में हमारी टीम को यह पता चला है कि चंद रूपयों के लालच में कुछ प्राइवेट पैथोलॉजी वाले इन मजबूर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। फिलहाल ‘ख़बर अब तक’ ऑपरेशन ‘लूटो ना’ के जरिए इनको बेनकाब करेगा।
हम आपको यहां बताना चाहते हैं कि सीमित संसाधनों और कोरोना महामारी की वजह से इस गंभीर मामले में हमारी टीम को सबूत एकत्र करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के साथ ही संबंधित कई अन्य लोगों को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। साथ ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) से जुड़े जिम्मेदार लोगों को भी पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की ओर से तत्काल इस मामले में ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया गया है। कोरोना महामारी की वजह से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। देश के हालात क्या हैं यह सबको मालूम है। ‘ख़बर अब तक’ उन सभी प्राइवेट पैथोलॉजी को संचालित करने वाले लोगों से आग्रह करता है कि कम से कम इस कोरोना काल में मानवता के चलते इन मजबूर और असहाय लोगों को अपना शिकार मत बनाइये। ठीक है आप अपने पैसे और ताकत के दम पर सरकार को झूका सकते हैं लेकिन ऊपर वाले से तो डरिए। जब कोई और दंड देने की स्थिति में न हो तो ईश्वर दंड देता है। और वह किस रूप में दंड देगा, इसका अंदाजा भी आप नहीं लगा सकते। क्योंकि ईश्वर तो आपसे पापों का हिसाब लेता है। कई बार कुछ लोग यह सोचकर पाप करते रहते हैं कि उन्हें लगता है कि कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। और कुछ लोग यह सोचकर अपराध करते रहते हैं कि हमारे ऊपर जो बैठा है, वह हमें बचा लेगा। लेकिन इतना तो तय कर लीजिए कि आपके पापों का हिसाब जरूर होगा।
(अगर इससे संबंधित कोई जानकारी या सबूत आप हमें भेजना चाहते हैं तो bksinghup@gmail.com पर भेज सकते हैं।)