लखनऊ। शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सरकारी बंगले की अंदर की तस्वीर जैसे ही बाहर आयी देखते ही देखते चारो तरफ हंगामा मच गया। सबसे खास बात यह है कि अखिलेश यादव एक चतुर नेता हैं और उन्हे पहले से यह मालूम रहा होगा कि जिस तरह से सरकारी बंगले को तहस-नहस किया जा रहा है उसको लेकर बाद में तमाम तरह के सवाल खड़े किये जायेगें। फिलहाल अखिलेश यादव द्वारा सरकारी बंगला छोड़ने से पहले उसमें कराये गये तोड़-फोड़ को लेकर उनकी जमकर आलोचना हो रही है और इसके साथ-साथ चर्चाओं का बाजार भी गर्म हो गया है।
जनचर्चा है कि अखिलेश यादव एक पढ़े-लिखे नेता हैं और वे बेवजह इस तरह से बंगले में तोड़-फोड़ नहीं करवा सकते जरूर इस तोड़-फोड़ के पीछे कोई रहस्य छिपा है। लोग इस तोड़-फोड़ के पीछे तमाम तरह के कयास लगा रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है यह बहुत गंभीर मामला है। विशेषज्ञों से जांच कराकर सरकार को यह पता लगाना चाहिए कि कहीं उखाड़े गये टाइल्स के नीचे कुछ दबाकर तो नहीं रखा गया था।
दरअसल शनिवार को जब पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का सरकारी बंगला खोला गया तो अंदर का हाल देखकर सभी दंग रह गए। बाहर से आलीशान महल की तरह दिखने वाला यह बंगला अंदर से तहस-नहस मिला। बंगले में पहली मंजिल पर सफेद संगमरमर के बने मंदिर के अलावा कोई हिस्सा ऐसा नहीं था, जहां तोड़फोड़ न की गई हो। एसी, स्विच बोर्ड, बल्ब और वायरिंग तक गायब मिले। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, स्विमिंग पूल और लॉन उजड़े हुए थे। सीढ़ियां तोड़ दी गई थीं। साइकल ट्रैक भी खोद दिया गया था।