लखनऊ। यूपी के लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, वाराणसी, मेरठ, इलाहाबाद, नोएडा समेत तमाम जिलों के करीब 1000 पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों को लूटने के लिए पेट्रोल पंप मालिकों ने सप्लाई मशीन में एक खास तरह का चिप लगा रखा है। इस चिप को रिमोट के जरिए कंट्रोल किया जाता है और ग्राहकों को 1 लीटर पेट्रोल भराने पर उसकी गाड़ी में 940 मिलीलीटर ही पेट्रोल मिलता है। यह गोरखधंधा काफी लंबे समय से चल रहा था लेकिन इसमें रसूखदार लोगों के शामिल होने के चलते कोई भी अफसर हाथ डालने से कतरा रहा था। फिलहाल योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद इस गोरखधंधे का पर्दाफाश हो गया है। सबसे चौकाने वाली बात यह है कि इस गोरखधंधे में यूपी पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन शुक्ला का पेट्रोल पंप (स्टैंडर्डफ्यूल स्टेशन) भी शामिल है।
एसटीएफ एसएसपी अमित पाठक के मुताबिक घटतौली के इस खेल में एक बड़े गैंग का हाथ है, जिसने यूपी के अलावा दूसरे राज्यों में भी पेट्रोल पंपों पर चिप और रिमोट लगाया है। फिलहाल एसटीएफ ने जिला प्रशासन, आपूर्ति विभाग, तेल कंपनियों के प्रतिनिधियों और बांट माप-तौल विभाग की टीमों के साथ लखनऊ के 7 पेट्रोल पंपों पर छापा मारकर इस गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है। यहां सप्लाई मशीन में चिप लगाकर इस चोरी को अंजाम दिया जा रहा था। इस चिप के जरिए पेट्रोलपंप मालिक हर लीटर पर पांच से छह प्रतिशत ईंधन की चपत लगा रहे थे। औसतन एक पेट्रोल पंप इस चोरी से ही रोज 40 से 50 हजार रुपये और महीने में 12 से 15 लाख रुपये कमा रहा था। एक गिरफ्तार आरोपी राजेंद्र के मुताबिक, उसने करीब एक हजार पेट्रोल पंप पर यह चिप लगाई है।
पेट्रोल चुराने में इस्तेमाल होने वाली यह चिप और रिमोट एक से दो हजार रुपये में दिल्ली और कानपुर के बाजारों में मिलते हैं। इसे लगाने के एवज में राजेंद्र 40 से 50 हजार रुपये लेता था। राजेंद्र यूपी और दूसरे राज्यों में सक्रिय एक बड़े गैंग का सदस्य है। उसने एसटीएफ के सामने एक हजार से ज्यादा पेट्रोल पंपों पर चिप लगाने की बात कबूली है। राजेंद्र की निशानदेही पर यूपी के कई और जिलों में छापेमारी की तैयारी की जा रही है। इस समय इस गोरखधंधे में शामिल पेट्रोल पंप मालिको में हड़कंप मचा हुआ है।