सी बी आई का दोगला चरित्र, मुलायम कुनबे पर 2007 से बिना कोर्ट स्टे F I R नही, वही राजेंद्र कुमार की आनन-फानन गिरफ्तारी.
सी बी आई द्वारा तैयार P E रिपोर्ट में 26 October 2007 से मुलायम, अखिलेश, डिम्प्ल, प्रतीक सहित पूरा कुनबा वारेण्टेड है, लेकिन सरकारे चलाने का टूल बनी सी बी आई अब तक F I R नही रजिस्टर कर सकी, यही है इस जाँच एजेंसी का चरित्र, तोता पिजड़े में है, भाजपा विपक्ष में थी तो तोते की आज़ादी चाहती थी, सत्ता में आते ही टूल बन गयी, अब मुलायम कुनबा मोदी के क़सीदे पढ़ रहा है…
सवाल तोता कब आज़ाद होगा? सत्ता मिलने के बाद कोई नही आज़ाद होने देगा.. क्योकि यह भैस बिना चारा पानी दूध देती है।
(जाने माने वकील विश्वनाथ चतुर्वेदी के एफबी वॉल से.)