नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में बजट 2017-18 पेश कर दिया है। बजट में सरकार का पूरा जोर गरीब, गांव, किसान और मिडिल क्लास पर रहा। वित्त मंत्री ने आम बजट में इनकम टैक्स को घटाने का एलान किया है। अगर आपकी सालाना इनकम 3 लाख रुपए है तो आपको टैक्स नहीं देना होगा। पहले ढाई लाख रुपए तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं लगता था। तीन से पांच लाख रुपए की इनकम पर 5% टैक्स देना होगा। पहले यह टैक्स 10% लगता था। सरकार ने काफी हद तक संतुलित बजट पेश करने की कोशिश की है। लगभग हर पक्ष को खुश करने का प्रयास किया गया है। सरकार ने बजट में कई ऐसी घोषणाएं की हैं जिससे यह संदेश देने की कोशिश की गई कि मोदी सरकार गरीबों की सरकार है और अमीरों के खिलाफ है।
राजनीतिक चंदे पर भी वित्त मंत्री ने बड़ा ऐलान किया है। अब कैश में 2 हजार तक ही राजनीतिक पार्टियां चंदा ले पाएंगी। 2 हजार से ज्यादा चंदे का हिसाब देना होगा। छोटी कंपनियों को टैक्स में राहत, छोटी कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट टैक्स 30 फीसदी से घटाकर 25 फीसदी हुआ। 50 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाई वाली कंपनियों का 5 फीसदी टैक्स कम किया गया। अब ई टिकट पर सर्विस चार्ज नहीं देना होगा। अब आईआरसीटीसी की वेबसाइट से टिकट लेने पर 10 रुपये कम खर्च होंगे। बजट में वित्त मंत्री ने ये भी बताया कि नोटबंदी के बाद कितने पैसे बैंकों में जमा हुए हैं। पिछले साल आठ नवंबर को नोटबंदी के बाद 30 दिसंबर तक 1.09 करोड़ बैंक खातों में दो लाख रूपये से लेकर 80 लाख रूपये तक की राशि जमा कराई गई। प्रत्येक बैंक खाते में औसतन 5.03 लाख रूपये जमा किए गए।