खबर यह थी कि दिल्ली विधानसभा ने सर्वसम्मत प्रस्ताव एल जी को भेजा कि शीला दीक्षित के समय हुए एक टैंकर ख़रीद घोटाले की जाँच सी बी आई/ एसीबी से कराई जाय ।
इस पर विधानसभा में हँसी मज़ाक़ भी हुआ , चैलेंज उछला कि विजेन्द्र गुप्ता केन्द्र से ( जिसके पास cbi और वाया LG ACB भी है )दो महीने में शीला दीक्षित को अरेस्ट कर दिखाएँ ।
विजेन्द्र गुप्ता ने एल जी को इस पर चिट्ठी लिखी । एल जी ने जाँच के आदेश ACB को भेज दिये । एल जी का नाम जानते ही होंगे , नजीब जंग !
अब “आजतक” की विशिष्ट खोज देखिये । प्रोग्राम बना “टैंकर घोटाले में केजरीवाल की भूमिका की जाँच होगी “, एल जी तेजिनदर खन्ना का आदेश (जबकि एल जी हैं नजीब जंग पर एंकर अंजना ओम कश्यप ने शुरू में कई बार तेजिनदर खन्ना का आदेश बताया ), ख़ैर गप्प चलती रही , कांग्रेस/बीजेपी प्रवक्ता दोष निर्दोष गिनाते रहे ।
मज़ा तब आया जब “आप” के मंत्री कपिल मिश्रा को प्रोग्राम के अंत में लाइन पर लिया गया ! वह आप खुद देखिये और आजतक को खिसियाते घिघियाते मुद्दा बदलते और “लेते हैं एक ब्रेक” पर जाते देखिये !
https://www.youtube.com/watch?v=LADiycMKxeA&feature=youtu.be
(वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह के फेसबुक वॉल से.)