पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में अमेरिकी खुफिया विभाग ने बड़ा दावा किया है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि सऊदी युवराज ने उस योजना को अपनी सहमति दी थी जिसके तहत अमेरिका में रह रहे सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी को या तो जिंदा पकड़ने या मारने का फैसला किया गया था। अमेरिका ने पहली बार खशोगी की हत्या के लिए सीधे पर तौर युवराज का नाम लिया है, हालांकि सऊदी युवराज इस बात से इनकार करते रहे हैं कि उन्होंने जमाल खशोगी की हत्या के आदेश दिए थे। साल 2018 में सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की इस्तांबूल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास के अंदर हत्या कर दी गई थी। खशोगी अपने कुछ निजी दस्तावेज हासिल करने के लिए वाणिज्य दूतावास के अंदर गए थे। खशोगी को सऊदी अरब के राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान का कड़ा आलोचक माना जाता था।