जो लोग कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने के लिए बेहद सख्त कदम चाहते हैं, उन्हें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह और केपीएस गिल के रास्तों और तौर-तरीकों को समझना चाहिए. इन 2 लोगों ने वहां आतंकवाद खत्म करने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई, लेकिन उन्होंने फिल्मी डायलॉगबाजी नहीं की. जो किया चुपचाप पूरी ताकत से किया और बेअंत सिंह ने तो बाद में आतंकवादी हमले में अपनी जान भी गंवाई. फिल्मी डायलॉग सोशल मीडिया पर वाहवाही बटोर सकते हैं लेकिन जमीन पर कोई हल नहीं निकाल सकते.
(वरिष्ठ पत्रकार पीयूष बबेले के एफबी वॉल से साभार)