लखनऊ। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड की सीबीआई जांच शुरू हो गई है। इस मामले में सीबीआई ने हत्या की एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई ने मनीष की पत्नी मीनाक्षी की ओर से गोरखपुर के रामगढ़ ताल थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर को आधार बनाया है। इसलिए इस केस में इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह, दरोगा अक्षय मिश्रा, दरोगा विजय यादव व तीन अज्ञात पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया है। सीबीआई अब नए सिरे से इस मामले की गहन जांच करेगी। अभी तक इस मामले की जांच एसआईटी कर रही थी। एसआईटी सभी 6 आरोपियों को जेल भेज चुकी है। एसआईटी ने मामले से जुड़े तमाम अहम साक्ष्य भी जुटाए हैं। अब आगे इस मामले की जांच सीबीआई अपने स्तर से करेगी।
गौरतलब है कि कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की 27 सितंबर की रात गोरखपुर के होटल में पुलिस वालों की पिटाई से मौत हो गई थी। इस मामले में मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रही थीं। इस मामले की सीबीआई जांच शुरू होने के बाद मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी का कहना है कि उनको पूरा भरोसा है अब न्याय जरूर मिलेगा तथा दोषियों को सजा भी मिलेगी। मीनाक्षी गुप्ता ने कहा कि अब सरकार ने उन सभी मांगों को पूरा कर दिया है, जो उन्होंने मांगी थीं।