नई दिल्ली। गुजरात के रहस्यमय कारोबारी महेश शाह ने देश के एक बड़े नेता के इशारे पर 13860 करोड़ की ब्लैकमनी का खुलासा किया था। जनचर्चा है कि 13860 करोड़ में से 6000 करोड़ उस नेता का है और बाकी रकम कुछ उद्योगपतियों तथा नौकरशाहों के अलावा स्थानीय नेताओं का है। इस बड़े नेता के आश्वासन के बाद कमीशन के चक्कर में महेश शाह ने इनकम डिक्लेरेशन स्कीम के तहत 13,860 करोड़ रुपए की ब्लैकमनी खुलासा किया था।
वहीं दूसरी तरफ एक प्रमुख अख़बार ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के भरोसेमंद सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि इस 13,860 करोड़ की ब्लैकमनी में 6000 करोड़ – एक नेता, 1360 करोड़ – नेता का पार्टनर, 2800 करोड़ – इंडस्ट्रियल ग्रुप, 1200 करोड़ – कॉरपोरेट ग्रुप, 1800 करोड़ – उद्योगपति के जीजा, 300 करोड़ – स्थानीय नेता, 400 करोड़ – पूर्व अधिकारी और व्यापारी का हिस्सा है।
महेश शाह इनकम टैक्स डिक्लेरेशन स्कीम के तहत 30 सितंबर को आधी रात के समय करीब 13860 करोड़ रुपए के काले धन (सारी नकदी) की घोषणा कर पहली किस्त चुकाने से पहले ही फरार हो गए थे। खुलासे के बाद गायब हुए महेश अचानक एक न्यूज चैनल पर नजर आए। न्यूज चैनल से बातचीत में महेश ने कहा था, “गलती हो गई है, लेकिन अब दूध का दूध और पानी का पानी कर दूंगा। आयकर विभाग को सबके नाम बताऊंगा।” लेकिन अब तक महेश ने आयकर अधिकारियों को ऐसा कुछ नहीं बताया है, जिससे इस ब्लैकमनी के हिस्सेदारों का पता लगे।