Gorakhpur News | दो हजार रुपये घूस न मिलने पर ICICI बैंक का बिजली कनेक्शन काटना विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को महंगा पड़ गया है। इस मामले में एक्सईएन एसडीओ और जेई के निलंबन के साथ ही दो संविदाकर्मियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक संवादाकर्मी अभी फरार है। निलंबित जेई वीरेंद्र कुमार ने तीनों संविदाकर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में FIR दर्ज कराया था। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद यह कार्रवाई की गई है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी शंभू कुमार ने मोहद्दीपुर खंड के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) वीके चौधरी, उपखंड अधिकारी (एसडीओ) नीरज दुबे और अवर अभियंता (जेई) वीरेंद्र कुमार को निलंबित किया है। जबकि मुख्य अभियंता आशु कालिया की रिपोर्ट के बाद तीन संविदाकर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में कैंट थाने में FIR दर्ज कराते हुए सभी को कार्यमुक्त कर दिया गया है। बिजली कनेक्शन काटने वाले तीन में से दो संविदाकर्मियों बालकिशुन और रामानंद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीसरा संविदाकर्मी वेद प्रकाश पांडेय फरार बताया जा रहा है।
दरअसल गोरखपुर के मोहद्दीपुर में स्मार्ट ह्वील शोरूम के पास ICICI बैंक ने अपनी नई शाखा खोली है। ख़बरों के मुताबिक यहां बिजली कनेक्शन के लिए जुलाई में बैंक की ओर से मोहद्दीपुर खंड में आवेदन किया गया था। कनेक्शन की स्वीकृति मिलने के बाद बैंक ने 29 अगस्त को 20 हजार 848 रुपये शुल्क जमा कर दिए। इसके बाद गुरुवार को परीक्षण खंड से एक कर्मचारी मीटर लेकर पहुंचा। उसने कहा कि वह मीटर लगाने आया है। मीटर लगने के साथ ही कनेक्शन भी जुड़ जाए तो मीटर की जांच हो जाएगी। बैंककर्मियों ने मोहद्दीपुर खंड में अधिकारियों से बात की तो तीन संविदाकर्मी कनेक्शन जोड़ने पहुंचे। मीटर लगाने के बाद उन्होंने कनेक्शन जोड़ा और दो हजार रुपये घूस मांगने लगे। बैंककर्मियों ने अपने पास से पांच सौ रुपये दिए और जलपान कराया। लेकिन वह तीनों 2 हजार रूपये के लिए अड़े रहे और नकद रुपये न होने पर बैंक खाते में रुपये भेजने का दबाव बनाने लगे। आधे घंटे तक जब बाकी के 15 सौ रुपये नहीं मिले तो एक संविदाकर्मी पोल पर चढ़ गया और कनेक्शन काट दिया। बैंककर्मियों ने इसका वीडियो बना कर विद्युत विभाग के अधिकारियों को भेज दिया। बताया जा रहा है कि रविवार को यह मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा तो हड़कंप मच गया।