गोरखपुर। गोरखपुर के एक ज्वेलर्स ने विज्ञापन के जरिए अपने ग्राहकों को ठगने का एक ऐसा तरीका निकाला है जिसे जानकर आप दातों तले अंगुली दबा लेगें। गोरखपुर के सबसे ब्यस्त इलाके गोलघर में स्थित श्रीराम ज्वेलर्स के मालिकों द्वारा अख़बार में विज्ञापन एवं होर्डिंग्स के जरिए यह दावा किया जा रहा है कि 25000 के हॉलमार्क वाले सोने के जेवरों की खरीद पर 4000 हजार की चांदी की पायलें बिल्कुल मुफ्त। इसके अलावा श्रीराम ज्वेलर्स की ओर से गोरखपुर के मशहूर बलदेव प्लाजा के पास लगाए गए एक होर्डिग में यह भी दावा किया गया है कि इस बैनर की फोटो लावें और अतरिक्त छूट पावें। साथ ही सरकारी कर्मचारियों के लिए विशेष छूट देने का भी दावा इस बैनर में किया गया है। इसी तरह 29 जुलाई को श्रीराम ज्वेलर्स की ओर से फेसबुक पर जारी किए गये एक विज्ञापन में दावा किया गया है कि 50 हजार की डायमंड ज्वेलरी की खरीद पर 20 हजार की हॉलमार्क सोने की चेन बिल्कुल मुफ्त। श्रीराम ज्वेलर्स के इन विज्ञापनों ने गोरखपुर के सर्राफा कारोबारियों में हलचल मचा दिया है। गोरखपुर के सर्राफा कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि हॉलमार्क वाले जेवरों पर इतना छूट देना असंभव है जरूर इस पूरे दावे के पीछे कोई कहानी है।
‘ख़बर अब तक’ की टीम ने जब श्रीराम ज्वेलर्स के इन दावों की पड़ताल की तो कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए। हमारे पड़ताल में यह बात सामने आई है कि श्रीराम ज्वेलर्स की ओर से छूट के नाम पर ग्राहकों को मूर्ख बनाया जा रहा है। दरअसल श्रीराम ज्वेलर्स की ओर से 23 कैरेट बताकर जो गहने बेचें जा रहे हैं उनकी शुद्धता बहुत कम है। इसके अलावा 4000 हजार की जो चांदी की पायलें दी जा रही हैं उसमें भी बड़ा खेल है। ‘ख़बर अब तक’ से बातचीत में श्रीराम ज्वेलर्स के यहां से कुछ दिन पूर्व खरीदारी करने वाले एक ग्राहक ने बताया कि अख़बार में विज्ञापन देखकर वह भी अपनी पत्नी के साथ श्रीराम ज्वेलर्स के यहां खरीददारी करने गया था। उसके द्वारा श्रीराम ज्वेलर्स के यहां से लगभग 24000 की कीमत के गहने खरीदे गए। जिस पर उसे करीब 3700 रूपये की चांदी की पायल मुफ्त मिली। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जो रिंग उसे 23 कैरेट कह कर दिया गया उसका बिल 18 कैरेट का बनाया गया जबकि रिंग पर 17 कैरेट का हालमार्क लगा है। ग्राहक का दावा है कि उसे जो चांदी की पायल दी गई है उसकी शुद्धता में भी भारी खोट है। अब बड़ा सवाल यह है कि कहीं छूट के चक्कर में लूट तो नहीं रहे हैं आप।