बी.के. सिंह। उफ! इतनी प्रापर्टी और वो भी महज कुछ सालों में. जी हां पूर्वांचल के जिस गोल्ड कारोबारी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चैलेंज किया है उस कारोबारी की हैसियत जानकर आप भी कुछ ऐसा ही कहेंगे। हम बात कर रहे हैं गोरखपुर सर्राफा मंडल के अध्यक्ष शरद चन्द्र अग्रहरि का। ‘ख़बर अब तक’ को अपने खास सूत्रों से अग्रहरि की संपत्ति के बारे में जो जानकारी प्राप्त हुई है वह बेहद चौंकाने वाली है। जानकारी के मुताबिक गोरखपुर के शेखपुर में शरद चन्द्र अग्रहरि का पुश्तैनी मकान है। अग्रहरि ने अपने सभी पट्टीदारों का मकान खरीद लिया है जिसकी कीमत करीब 80 करोड़ के आस-पास आंकी जा रही है। शहर के सबसे बड़े ज्वेलरी मार्केट उर्दू बाजार में अभी हाल ही में अग्रहरि ने एक कांम्प्लेक्स खरीदा है जिसकी कीमत 24 से 30 करोड़ आंकी जा रही है। अलहलादपुर से घंटाघर की ओर 100 कदम आगे नोटबंदी से ठीक पहले अग्रहरि ने एक जमीन खरीदी है जिसकी कीमत करीब 8 से 10 करोड़ रूपये बतायी जा रही है। ट्रांसपोर्ट नगर चौराहे से फलमंडी की ओर जाने पर राय कालोनी के बगल में अग्रहरि के पास 15 करोड़ की जमीन है। इलाहीबाग और तिवारीपुर के बीच में अग्रहरि के परिवार के नाम से एक जमीन खरीदा गया है जिसकी कीमत करीब 20 से 22 करोड़ बताया जा रहा है। शहर के महत्वपूर्ण बेतियाहाता चौराहे पर अग्रहरि के परिवार के पास एक जमीन है जिसकी कीमत 15 से 20 करोड़ आंकी जा रही है। राजेन्द्र नगर के भाटी बिहार कॉलोनी में अग्रहरि के परिवार के पास करीब 50 करोड़ से ज्यादा की जमीन है। लालडिग्गी चौराहे से हनुमानगढ़ी रोड पर अग्रहरि के परिवार के नाम से करीब 20,000 स्क्वायर फीट जमीन, राजेन्द्र नगर से बरगदवां के बीच में बजरंग कालोनाइजर्स में 25,000 स्क्वायर फीट जमीन, माधोपुर सरस्वती विद्यामंदिर स्कूल के पास करीब 50,000 स्क्वायर फीट जमीन, कुसमी जंगल में अग्रहरि के पास एक 10 एकड़ का फार्म हाउस है। इसके अलावा अग्रहरि के पास गोरखपुर, लखनऊ, गाजियाबाद, दिल्ली में फ्लैट और कई कामर्शियल जमीनें हैं। शरद चन्द्र अग्रहरि के पास करीब 8 लग्जरी गाड़ियां हैं।
बताया जा रहा है कि गोरखपुर के सबसे बड़े ज्वेलरी मार्केट उर्दू बाजार में अनुराधा ज्वेलर्स, रमेशचन्द्र दिनेश चन्द्र सर्राफ और बजरंग बुलियन नाम से अग्रहरि के पास तीन फर्में हैं। नोटबंदी के बाद बड़े पैमाने पर ब्लैकमनी खपाने का आरोप शरद चन्द्र अग्रहरि पर लगा है। अग्रहरि का करीब एक घंटे का वीडियो ‘ख़बर अब तक’ के पास मौजूद है जिसमें अग्रहरि ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चैलेंज किया है। अग्रहरि ने यह स्वीकार किया है कि नोटबंदी के बाद बड़े पैमाने पर पुराने 500 और 1000 के नोट से सोना और ज्वेलरी बेचा गया। अग्रहरि ने यह दावा किया है कि मजबूरी में ब्यापारी टेक्स चोरी करता है अगर हम लोग टेक्स से काम करने लगे तो हमारा परिवार खाने बिना मर जायेगा। अब जरा सोचिए जिस आदमी का परिवार महज कुछ साल पहले चंद रूपयों का मोहताज था उसके पास इतनी प्रापर्टी कैसे आ गई। ‘ख़बर अब तक’ से बातचीत में उर्दू बाजार के एक ज्वेलर्स ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि अग्रहरि के तार नेपाल से जुड़े हुए हैं। नोटबंदी के बाद नेपाल से बड़े पैमाने पर सोना लाया गया और 55 से 60 हजार प्रति किलो बेचा गया। इस ब्यापारी ने बताया कि कुछ फर्जी बैंक एकाउंट के जरिए भी कालेधन को ठिकाने लगाया गया है। ब्यापारी ने दावा किया कि इनकम टैक्स का एक अफसर हमेशा शरद चन्द्र अग्रहरि के ‘दावते दारू’ में शामिल रहता है। वह भी अग्रहरि के इस काले कारनामों में शामिल है। ‘ख़बर अब तक’ बहुत जल्द कुछ ठोस दस्तावेजों के साथ शरतचन्द्र अग्रहरि पर बड़ा खुलासा करेगा।
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