लखनऊ। रेपिस्ट बाबा गुरमीत राम रहीम के डेरे से 14 लाशें अवैध रूप से लखनऊ के जीसीआरजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस को भेजी गई थीं। जनवरी 2017 से अगस्त 2017 के बीच भेजी गई इन 14 लाशों के साथ न तो कोई डेथ सर्टिफिकेट था और न ही सरकारी अनुमति ली गई। ऐसे में सवाल उठता है कि ये डेड बॉडी किसकी थी। जीसीआरजी मेमोरियल ट्रस्ट के तहत चलने वाले इस मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन अभिषेक यादव हैं। इस बीच जनचर्चा है कि इस प्राइवेट मेडिकल कालेज में रेपिस्ट बाबा गुरमीत राम-रहीम का भी पैसा लगा हुआ है।
दरअसल मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने पिछले 7 जनवरी 2017 को लखनऊ के इस कॉलेज का निरीक्षण किया। उस समय कई गड़बडि़यां मिलने पर कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी गई थी। इसके विरोध में कॉलेज का प्रबंधन कोर्ट चला गया। कोर्ट ने आदेश दिया कि मान्यता देने वाली कमेटी एक बार फिर कॉलेज को सुनवाई का मौका दे। बताया जाता है कि सुनवाई के दौरान कमेटी को पता चला कि कॉलेज को 14 शव सिरसा आश्रम ने दिए हैं। लेकिन इनके डेथ सर्टीफिकेट नहीं थे और न ही सरकार से अनुमति ली गई थी। कमेटी ने जब इसके बारे में पूछा तो कॉलेज प्रबंधन इसका कोई जवाब नहीं दे पाया।