नई दिल्ली। नोएडा अथ़ॉरिटी के निलंबित चीफ इंजीनियर यादव सिंह के बारे में सीबीआई चार्जशीट में कई बड़े-बड़े खुलासे किए गए हैं। इन खुलासों से पता चलता है कि 12 लाख रूपये सालाना सेलरी पाने वाला यह भ्रष्टाचारी चीफ इंजिनियर यादव सिंह करोड़ो रूपये साल में अपने ऐशो-आराम पर खर्च करता था। सीबीआई चार्जशीट के मुताबिक, 2004 से 2014 के बीच में यादव सिंह ने करीब 11 करोड़ रुपए अपने ऐशो-आराम और पार्टीज में खर्च किए। यह चार्जशीट सीबीआई ने गाजियाबाद की विशेष अदालत में कुछ दिन पहले दाखिल की है।
सीबीआई की चार्जशीट में यादव सिंह के अलावा उनकी पत्नी कुसुम लता के बाद उनकी दोनों बेटियों गरिमा भूषण और करुणा सिंह का नाम भी आया है। इसमें यादव सिंह के बेटे सनी यादव और पुत्रवधू श्रेष्ठा सिंह का नाम भी आय से अधिक मामले में शामिल किया गया है। यादव सिंह की दो बेटियां हैं इनके पति आईएएस और आईपीएस हैं।
भ्रष्टाचारी यादव सिंह के बारे में कहा जाता है कि नोएडा और यादव सिंह करीब करीब एक साथ पले और बढ़े। नोएडा यूपी का सबसे महंगा शहर बन गया और यादव सिंह पर लग गया यूपी का सबसे भ्रष्ट अधिकारी होने का दाग।