इन दिनों दुनिया में नोबेल पुरस्कारों की चर्चा है। रचना और ज्ञान-विज्ञान की विभिन्न विधाओं के लिये क्रमशः इनके विजेताओं के नाम की घोषणा हो रही है। हमारे मुल्क में तो कई दिनों से सिर्फ एक ही बात की चर्चा है-सर्जिकल स्ट्राइक। दुनिया भर की खबरें छोड़कर हम काफी समय से इसी पर जुटे हुए हैं। इतनी जबर्दस्त, जानदार-शानदार ‘स्ट्राइक’ के लिये कुछ पुरस्कार बनता है कि नहीं? दुनिया वाले शायद अब भी हमारे प्रति ‘बायस्ड’ हैं! हमारी ‘उपलब्धियों’ को नजरंदाज करना चाहते हैं! कोई बात नहीं, हम दिखा देंगे कि कैसे इसी एक मुद्दे पर केंद्रित करके चुनाव लड़ा और जीता जा सकता है! सत्यमेव जयते! वसुधैव कुटुम्बकम्! भारत माता की जय!
(वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश उर्मिल के एफबी वॉल से.)