बी.के. सिंह। बिजली लगवाने से लेकर बिजली कटवाने तक आम आदमी को बिजली विभाग के भ्रष्ट अफसर कैसे 440 बोल्ट का करेंट मारते हैं यह पता लगाने के लिए “ख़बर अब तक” की टीम पिछले साल यानि कि वर्ष 2017 से विभाग के विभिन्न दफ्तरों का चक्कर काट रही है। इस दौरान जो घटनाक्रम हमारी टीम ने खुफिया कैमरे में कैद किया है वास्तव में उसे देखने के बाद आप यही कहेंगे कि इस विभाग के खून चुसवा गिरोह से बचाने के लिए सरकार के पास निजीकरण करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं था। वास्तव में निजीकरण के लिए इस विभाग के अधिकारी और कर्मचारी जिम्मेदार हैं। वास्तविकता यह है कि बिजली विभाग के अफसरों और कर्मचारियों के कारनामों से तंग जनता योगी सरकार के इस फैसले से खुश है। “ख़बर अब तक” बहुत जल्द इनके पूरे कारनामों पर बड़ा खुलासा करेगा। हमारा प्रयास जारी है।