बीके सिंह। अगर हम आपसे कहें कि मोदी सरकार की लोकप्रियता से विपक्ष के साथ-साथ भाजपा के कुछ बड़े दिग्गज भी परेशान हो गए हैं और मोदी सरकार को बदनाम करने की बाकायदा बड़ी साजिश रची जा रही है तो शायद आपको विश्वास न हो लेकिन यह ख़बर सत्-प्रतिशत सही है। मोदी सरकार को बदनाम करने की बड़ी साजिश रची जा रही है और इस साजिश में भाजपा के कुछ बड़े नेता भी शामिल हैं।
‘ख़बर अब तक’ के एक वरिष्ठ संवाददाता ने भाजपा के एक बड़े नेता से ‘ऑफ द रिकार्ड’ बातचीत की तो उनका साफतौर पर यह कहना था कि हो सकता है आप जो कह रहे हैं उसमें सच्चाई हो इस तरह की कुछ चर्चाएं पार्टी के अंदर भी हैं। यानि कि मोदी सरकार को बदनाम करने की बड़ी साजिश हो रही है और उसमें पार्टी के कुछ बड़े नेता शामिल हैं इसकी चर्चा पार्टी के अंदर भी है।
सबसे पहले हम आपको सोशल मीडिया में वायरल भाजपा के एक सांसद का वीडियो दिखाने जा रहे हैं।
https://youtu.be/r4ocAaenyW0
यह वीडियो कुशीनगर के सांसद राजेश पांडे का है। वीडियो में साफतौर पर यह दिख रहा है कि सांसद महोदय सर्राफा ब्यापारियों को अपने ही सरकार के खिलाफ भड़का रहे हैं। वीडियो में सांसद राजेश पांडे यह भी कह रहे हैं कि सुषमा स्वराज, मुरलीमनोहर जोशी, रामलाल और भाजपा के अनेक सांसद वित्तमंत्री अरूण जेटली के फैसले के खिलाफ हैं। यानि की भाजपा के अधिकांश नेता यह नहीं चाहते कि ज्यूलरी पर 1 फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगे।
‘ख़बर अब तक’ ने देश के कई बड़े ज्वेलर्स से हड़ताल के बावत जब दूरभाष पर बातचीत की तो एक और चौकाने वाली ख़बर निकलकर सामने आई है। इस बातचीत के आधार पर हम यह दावा कर सकते हैं कि इस हड़ताल को भाजपा के कई बड़े नेताओं का समर्थन प्राप्त है और भाजपा के अधिकांश नेता ज्यूलरी पर 1 फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाने के खिलाफ हैं।
हालांकि इस मुद्दे पर हम यह मानते हैं कि वित्तमंत्री अरूण जेटली का यह प्रयास साहसिक और सराहनीय है। देशहित में देश की जनता को इसका समर्थन करना चाहिए।