लाल और सफेद आलू तो आपने खूब खाया होगा लेकिन अब बहुत जल्द बाजार में काला आलू भी देखने को मिलेगा। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड समेत कई राज्यों के किसान अब साधारण आलू के साथ ही काला आलू की भी खेती कर रहे हैं। काला आलू में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जिस कारण बाजार में इसकी डिमांड ज्यादा होगी। काला आलू शुगर के मरीजों के बीच खूब पॉपुलर हो रहा है। शुगर के मरीजों के लिए साधारण आलू नुकसानदायक होता है। लेकिन ऐसा माना जाता है कि काला आलू उनके लिए फायदेमंद है। इसका सबसे बड़ा कारण इस आलू में पाया जाने वाला एंटी ऑक्सीडेंट है। यह हार्ट, लीवर और फेफड़े के लिए भी फायदेमंद है। खून की कमी से जूझ रहे मरीजों के लिए भी काला आलू बेहद फायदेमंद है।
उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड समेत कई राज्यों के किसान प्रयोग के तौर पर काला आलू की खेती कर रहे हैं। प्रयोग सफल रहा तो यह किसानों को मालामाल कर देगा। यह आलू किसानों को चार गुना ज्यादा कमाई करवा सकता है। आम आलू के मुकाबले इसकी तीन गुणा अधिक उपज होती है। काला आलू की खेती जैविक विधि से की जाती है। इसमें किसी प्रकार के रासायनिक खाद का प्रयोग नहीं किया जाता है। यह सामान्य आलू के मुकाबले काफी कम समय में तैयार हो जाता है। काले आलू का ऊपरी सतह काला तो अंदर का भाग बैंगनी होता है। ऐसा माना जा रहा है कि कई औषधीय गुण होने के कारण बाजार में इसकी डिमांड ज्यादा होगी।