कई प्रकार की परीक्षाओं में पेपर लीक के अग्रणी आरोपी रंजीत डौन जी आज हो सकता है कि बिहार में विधान पार्षद बन जाएँ । लोकजनशक्ति और बीजेपी के सपोर्ट से । रंजीत डौन जी ने कई बड़ी परीक्षाओं के पेपर लीक कराने में राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की है । डेढ़ साल की जेल के बाद भी रंजीत डौन जी राजनीति में अपरिहार्य बने रहे । पहले भी पति पत्नी चुनाव लड़कर लोकतंत्र को समृद्ध करते रहे हैं । बहुत से डौन हुए जो देश छोड़ कर भाग गए लेकिन रंजीत डौन के नाम से लोकप्रिय डौन जी ने हमेशा लोकतंत्र में आस्था ज़ाहिर की है । इसलिए लोक जनशक्ति पार्टी और बीजेपी ने इनका उचित ही समर्थन किया है ।
रंजीत डौन की प्रतिभा से जिन्हें भी कुछ बनने का लाभ मिला उनकी खुशी का अंदाज़ा लगा सकता हूँ । क्या पता रंजीत डौन व्यापम की जाँच में सलाहकार बनकर अपनी सकारात्मक भूमिका निभाने लगें । उन पर लगे राजनीतिक आरोपों को समाप्त कर राष्ट्रहित में उन्हें परीक्षा जांच आयोग का सदस्य बनाना चाहिए । राष्ट्रवाद को हर किसी की ज़रूरत होती है । उनकी भी जो इसके नाम पर कुएँ में कूद जान दे देते हैं और उनकी भी जो अपनी जान बचा कर दूसरों के लिए कुआँ बनाते हुए महल बनाते हैं । मैं रंजीत डौन जी के उज्ज्वल राजनीतिक भविष्य की कामना करता हूँ । बीजेपी एलजेपी के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ कि उन्होंने पेपर लीक आरोपी में विश्वास व्यक्त किया । व्यापम के कारण डाक्टर नहीं बन पाए बेकार हो चुके छात्रों को रंजीत डौन जी से प्रेरणा लेनी चाहिए । ( मुझे ज़रूर याद दिलायें कि मैं किस किस पर चुप रहा और किस किस पर नहीं बोला । इससे संतुलन में आई कमी दूर होगी और तटस्थता बहाल होगी )
(देश के जाने-माने टीवी पत्रकार और एंकर रवीश कुमार के फेसबुक वॉल से.)