लखनऊ। जिस आरटीपीसीआर (RT-PCR) मशीन को झांसी के एमएलबी मेडिकल कालेज और मेरठ के एलएलआरएम मेडिकल कालेज ने 17 लाख 70 हजार रुपये प्रति नग की दर से खरीदा था उसी आरटीपीसीआर मशीन को संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) व डा. राम मनोहर लोहिया संस्थान ने 26 लाख 78 हजार 600 रूपये प्रति नग की दर से खरीदा है। दस्तावेजों के मुताबिक अमेरिका की थर्मो कंपनी की आरटीपीसीआर मशीन को स्थानीय डीलर नेशनल साइंटिफिक प्रमोटर्स ने एसजीपीजाई व लोहिया संस्थान समेत अन्य अस्पतालों को महंगे दाम में बेचकर करोड़ों का चूना लगाया है।
एसजीपीजीआई ने 12 मार्च 2021 को व लोहिया संस्थान ने 29 अप्रैल को यह मशीन नेशनल साइंटिफिक प्रमोटर्स (NSP) नामक स्थानीय डीलर से खरीदा था। इसी कंपनी की आरटीपीसीआर मशीन को झांसी के एमएलबी मेडिकल कालेज ने 2 मई को दूसरे डीलर विजन डायग्नोस्टिक से जीएसटी समेत 17 लाख 70 हजार रुपये प्रति नग की दर से खरीदा। इसके बाद पांच मई को मेरठ के एलएलआरएम मेडिकल कालेज ने भी इसी थर्मो कंपनी की आरटीपीसीआर मशीन झांसी की ही दर पर खरीदा। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि जब झांसी और मेरठ के मेडिकल कालेज में यह मशीन 17 लाख 70 हजार रुपये प्रति नग की दर से खरीदा जा सकता है तो एसजीपीजाई और लोहिया संस्थान ने इतना महंगा क्यो खरीदा।