Lucknow News | मशहूर डांसर सपना चौधरी के खिलाफ लखनऊ की एससीजेएम अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। डांस का कार्यक्रम रद्द करने और टिकट का पैसा न लौटाने के 4 साल पुराने मामले में अदालत में गैरहाजिर रहने पर यह वारंट जारी हुआ है। सपना चौधरी ने 10 मई को इस मामले में आत्मसमर्पण कर अंतरिम जमानत ली थी। 8 जून को सपना चौधरी की नियमित जमानत भी सशर्त मंजूर हुई थी। बताया जा रहा है कि सोमवार को इस मामले में सुनवाई थी लेकिन सपना चौधरी अदालत में मौजूद नहीं थीं। सपना चौधरी की ओर से हाजिरी माफी की अर्जी भी नहीं दी गई जबकि अन्य अभियुक्तों की ओर से हाजिरी माफी की अर्जी लगाई गई थी। इस पर कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया।
दरअसल 13 अक्टूबर 2019 को लखनऊ के स्मृति उपवन में सपना चौधरी का कार्यक्रम होना था। इसके लिए प्रति व्यक्ति 300 रुपये में ऑनलाइन और ऑफलाइन टिकट बेचा गया था। इस कार्यक्रम को देखने के लिए हजारों लोगों ने टिकट खरीदा लेकिन इस कार्यक्रम में सपना चौधरी नहीं आईं। जिसके बाद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया उसके बाद भी आयोजकों ने टिकट धारकों का पैसा वापस नहीं किया। 14 अक्टूबर, 2018 को आशियाना थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। 1 मई 2019 को सपना चौधरी के खिलाफ विश्वास हनन और धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज हुआ था। इस मामले में 20 जनवरी 2019 को आयोजक जुनैद अहमद, इवाद अली, रत्नाकर उपाध्याय और अमित पांडेय के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया था।