मैं पहले दिन से कह रहा था कि बैंकों से करोड़ों के गुलाबी नोट निकल रहे है लेकिन उन्हें सलाम करने का ऐसा माहौल बना दिया गया कि देशभक्त बैंकों को सलाम करते रहे और बैंक अपना ‘काम’ करते रहे..
अब एक बात साफ़ है.. कैश की क़िल्लत सिर्फ़ क़तार में लगे लोगों के लिए है.. कालेधन को कमीशन पर बदलने वालों के लिए नहीं..
पकड़ते रहो अब .. कितनों को पकडेंगे.. तीन-चार लाख करोड़ पकड़ लेंगे क्या? काश ! ऐसा हो जाए तो देश का भला हो जाए.. उम्मीद अभी बाक़ी है……
….अंजीत अंजुम ‘मैनेजिंग एडिटर इंडिया टीवी’