वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर का निधन हो गया है। वे 95 वर्ष के थे और आखिरी समय तक लेखन और पत्रकारिता से जुड़े रहे। इमरजेंसी के दौरान नैयर को सरकार के खिलाफ लेख लिखने के कारण जेल भी जाना पड़ा था। कुलदीप नैयर लगातार देश-विदेश के मशहूर अखबारों के लिए संपादकीय और लेख लिखते थे। पत्रकारिता और लेखन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के कारण 1997 में उन्हें राज्यसभा के लिए भी मनोनीत किया गया था। कुलदीप नैयर ने अपने करियर की शुरुआत बतौर उर्दू प्रेस रिपोर्टर की थी। कुलदीप नैयर ने कई किताबें भी लिखीं हैं।