नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर स्याही फेंकने वाली महिला भावना अरोड़ा पर वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह ने बड़ा बड़ा खुलासा किया है। पत्रकार शीतल पी. सिंह का दावा है कि सितम्बर 2015 में काम्पीटेन्ट सीएनजी टेस्टिंग सेंटर,(PESO certified) बुराड़ी में भावना अरोड़ा ने अपने गैंग के साथ एक केस बनाया। इस गैंग का लीडर है प्रभात वालिया। यह स्पीड लिमिटर बेचने वाली एक कंपनी रोसमार्ता की धोखाधड़ी की शिकायत पर जेल जा चुका है।
भावना अरोड़ा ने एक स्थानीय छाबड़ा नामके ट्रांसपोर्ट दलाल के साथ इस डीलर से संपर्क किया और एक सिलिंडर टेस्ट कराया। इन्होंने गाड़ी की RC नहीं दी और सिलिंडर टेस्ट करा लिया और इस कार्रवाई की क्लिप बना ली।
इसके बाद इन्होंने काम्पीटेन्ट वाले को फोन करके क्लिप के बारे में बताया और “आजतक” पर क्लिप चलवाने का डर दिखाया। इससे बचने के लिये पाँच लाख रुपये मांडवाली में माँगे। बहुत नानुकुर के बाद पचास हज़ार पर सौदा पटा। इस बीच काम्पीटेन्ट वाले ने आजतक के रिपोर्टर” उमाकान्त “को फोन किया तो उसने अनभिज्ञता बताई, नतीजन ब्लैकमेल की कोशिश फेल हो गई। इसी क्लिप को केजरीवाल सरकार का घोटाला बताकर इस ब्लैकमेलर ने स्याही कांड किया है ।
पत्रकार शीतल पी. सिंह का दावा है कि सीएनजी सिलिंडरों का यह टेस्टिंग सेंटर केंद्र सरकार द्वारा अधिकृत है।