वाराणसी। ‘ख़बर अब तक’ आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र में सफाई के नाम पर करोड़ो रूपए का वजट भ्रष्टाचार की भेंट कैसे चढ़ जाता है इसका खुलासा करने जा रहा है। आज हम आपको बताएंगें कि आखिर क्यों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पहल के बाद भी वाराणसी शहर का कूड़ा-कचड़ा साफ नहीं हो पा रहा है।
दरअसल वाराणसी शहर का कूड़ा-कचड़ा साफ करने की जिम्मेदारी वाराणसी नगर निगम की है। नगर निगम की ओर से प्रति वर्ष सफाई के नाम पर करोड़ो रूपया खर्च किया जाता है लेकिन इसका अधिकांश हिस्सा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री के पहल के बाद भी शहर की सफाई ब्यवस्था खस्ताहाल है।
इस वीडियो में आप साफतौर पर देख सकते हैं कि नगर निगम का कूड़ा-कचड़ा ढ़ोने वाली गाड़िया पेट्रोल पंप से औसत एक से दो लीटर डीजल ही ले रही हैं। जबकि इनके पास 5 से लेकर 30 लीटर तक की डीजल पर्ची है। काम के हिसाब से प्रति दिन इन्हे यह डीजल पर्ची दी जाती है। लेकिन गाड़ी चालक अधिकांश डीजल उसी पेट्रोल पंप पर बेंच देते हैं।
अब ऐसे में आप सहज अंदाजा लगा सकते हैं कि शहर का कूड़ा-कचड़ा-मलबा कैसे साफ होता होगा।