सोशल मीडिया में एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में यह दिखाया जा रहा है कि एक बच्चा गाड़ी का शीशा साफ करने के बहाने अपने हाथ में बंधी एक घड़ी से फास्टैग स्कैन कर लेता है। और इस तरह फास्टैग से पैसे चुराने का बड़ा खेल चल रहा है। इस वीडियो में यह दावा किया जा रहा है कि एक गैंग फास्टैग के जरिए पैसे चुराने का काम कर रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर इन दावों में कितनी सच्चाई है? क्या वास्तव में स्मार्टवॉच के जरिए फास्टैग से पैसे चुराए जा सकते हैं? लोग इसका सच जानने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
फिलहाल इस वायरल हो रहे वीडियो के दावे को पीआईबी ने फर्जी करार दिया है। पीआईबी ने एक ट्वीट के जरिए कहा है कि हर टोल प्लाजा का एक यूनीक कोड होता है और जैसे ट्रांजेक्शन होने का दावा वीडियो में किया जा रहा है, वैसा मुमकिन ही नहीं है।