पत्रकारिता में मैंने उपेंद्र जी से ज्यादा निर्भीक, जुझारू, ईमानदार और उदार शख्सियत नहीं देखी..


उपेंद्र सर चले गए। करीब 23-24 साल से एक बड़े भाई, एक अभिभावक के रूप में उनकी जो छाया हमारे ऊपर बनी थी, आज वो भी सिर से उठ गई। पत्रकारिता में मैंने उपेंद्र मिश्र जी से ज्यादा निर्भीक, जुझारू, ईमानदार और उदार शख्सियत नहीं देखी। बेहद साधरण तरीके से रहने वाले असाधारण इंसान थे। […]